भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वोडाफोन m-Pesa का लाइसेंस कैंसल कर दिया है। अब वोडाफोन m-Pesa अपने इस बिजनेस को जारी नहीं रख सकती है। m-Pesa के पास अब ये अधिकार नहीं होंगे कि वो प्रीपेंड इन्स्ट्रुमेंट के तौर पर पेमेंट की सुविधा उपलब्ध कराए। हालांकि, m-Paisa के कस्टमर्स और मर्चेंट्स POS के तहत वैलिड क्लेम कर सकते हैं। उनके पास अधिकार होगा कि वो लाइसेंस कैंसल किए जाने के 3 साल के अंदर कंपनी से अपने क्लेम सेटलमेंट करने का दावा कर सकते है। वोडाफोन ने इस मामले पर कहा है कि उसने खुद ही इस सेवा को बंद करने के लिए आरबीआई से निवेदन किया था।
पिछले साल वोडाफोन आइडिया ने आदित्य बिड़ला आइडिया पेमेंट्स बैंक लिमिटेड के बंद होने के बाद m-pesa वर्टिकल को बंद करने का फैसला किया था, जिसके साथ इसका विलय किया जा रहा था। वोडाफोन m-pesa उन 11 फर्मों में से एक थी जिन्हें 2015 में RBI द्वारा भुगतान बैंक लाइसेंस दिया गया था।